धर्म को अपना व्यापार बनाया है जब-जब,
आशाराम और रामरहीम जैसे राक्षस आये है तब-तब।
क्या आपको पता है भ्रष्टाचारी ने आपको रूलाया है कब-कब,
आज भी उम्र कैद की सजा मिलने पर अभी भी खुले आम घुम रहे है सब।।
गरीबों को भुख से तड़पाया है जब-जब,
हर रोज़़ तीन हजार कुुपोषित शिशु जन्म लेते है तब-तब।
क्या आपको पता है भ्रष्टाचारी ने आपको रूलाया है कब-कब,
आज भी 20 हजार लोग अभी भी कुपोषित समस्यायों का शिकार बन रहें है सब।।
बेटियों को भ्रुुुुण में मारा है जब-जब,
किसी को उस मां की चीख सुनाई नहीं दी तब-तब।
क्या आपको पता है भ्रष्टाचारी ने आपको रूलाया है कब-कब,
अभी भी बेटियों को जन्म देनें वाली मां को कोस रहे है सब।।
सैनिकों ने बलिदान दिया है जब-जब,
देश के प्रति प्रेम उमड़ आता है तब-तब।
क्या आपको पता है भ्रष्टाचारी ने आपको रूलाया है कब-कब,
रक्षा के लिए रक्त बहाने बालों के परिवार को भूल रहे हैं सब।।
लेखिका - साक्षी जैन (राघोगढ़, जिला गुना मध्य-प्रदेश)
आशाराम और रामरहीम जैसे राक्षस आये है तब-तब।
क्या आपको पता है भ्रष्टाचारी ने आपको रूलाया है कब-कब,
आज भी उम्र कैद की सजा मिलने पर अभी भी खुले आम घुम रहे है सब।।
गरीबों को भुख से तड़पाया है जब-जब,
हर रोज़़ तीन हजार कुुपोषित शिशु जन्म लेते है तब-तब।
क्या आपको पता है भ्रष्टाचारी ने आपको रूलाया है कब-कब,
आज भी 20 हजार लोग अभी भी कुपोषित समस्यायों का शिकार बन रहें है सब।।
बेटियों को भ्रुुुुण में मारा है जब-जब,
किसी को उस मां की चीख सुनाई नहीं दी तब-तब।
क्या आपको पता है भ्रष्टाचारी ने आपको रूलाया है कब-कब,
अभी भी बेटियों को जन्म देनें वाली मां को कोस रहे है सब।।
सैनिकों ने बलिदान दिया है जब-जब,
देश के प्रति प्रेम उमड़ आता है तब-तब।
क्या आपको पता है भ्रष्टाचारी ने आपको रूलाया है कब-कब,
रक्षा के लिए रक्त बहाने बालों के परिवार को भूल रहे हैं सब।।
लेखिका - साक्षी जैन (राघोगढ़, जिला गुना मध्य-प्रदेश)
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