पथ नहीं पथित है आप
जलता हुआ ज्ञान का दीपक है आप
बेटियों को अंधकार से दूर किया
ऐसे कुल दीपक है आप।।
युद्व नहीं आप सघर्ष है आप
लहूलुहान हुआ वीरो का कफन है आप
गौधन क़ी रक्षा का वचन लिया
ऐसे अहिंसा व्रत पालन हार है आप।।
कथन नहीं कथित है आप
बहता हुआ अमृत वचनों का कंठ है आप
हिन्दी भाषा का जतन किया
ऐसे राष्टः भक्त है आप।।
शीप नहीं मोती है आप
चमकता हुआ चाँद है आप
हथकरघा से रोजगार दिया
ऐसे सर्वथा सत्य के राही है आप।।
विद्या नहीं विद्यासागर है आप
बहता हुआ मुधुर वाणी का झरना है आप
बिना सोचे समझे अहिंसा पथ अपना लिया
ऐसे महावीर के अवतार है आप।।
जलता हुआ ज्ञान का दीपक है आप
बेटियों को अंधकार से दूर किया
ऐसे कुल दीपक है आप।।
युद्व नहीं आप सघर्ष है आप
लहूलुहान हुआ वीरो का कफन है आप
गौधन क़ी रक्षा का वचन लिया
ऐसे अहिंसा व्रत पालन हार है आप।।
कथन नहीं कथित है आप
बहता हुआ अमृत वचनों का कंठ है आप
हिन्दी भाषा का जतन किया
ऐसे राष्टः भक्त है आप।।
शीप नहीं मोती है आप
चमकता हुआ चाँद है आप
हथकरघा से रोजगार दिया
ऐसे सर्वथा सत्य के राही है आप।।
विद्या नहीं विद्यासागर है आप
बहता हुआ मुधुर वाणी का झरना है आप
बिना सोचे समझे अहिंसा पथ अपना लिया
ऐसे महावीर के अवतार है आप।।
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