Sunday, 29 July 2018

गुरु विद्या सागर

पथ नहीं पथित है आप
जलता हुआ ज्ञान का दीपक है आप
बेटियों को अंधकार से दूर किया
ऐसे कुल दीपक है आप।।

युद्व नहीं आप सघर्ष है आप
लहूलुहान हुआ वीरो का कफन है आप
गौधन क़ी रक्षा का वचन लिया
ऐसे अहिंसा व्रत पालन हार है आप।।

कथन नहीं कथित है आप
बहता हुआ अमृत वचनों का कंठ है आप
हिन्दी भाषा का जतन किया
ऐसे राष्टः भक्त है आप।।

शीप नहीं मोती है आप
चमकता हुआ चाँद है आप
हथकरघा से रोजगार दिया
ऐसे सर्वथा सत्य के राही है आप।।

विद्या नहीं विद्यासागर है आप
बहता हुआ मुधुर वाणी का झरना है आप
बिना सोचे समझे अहिंसा पथ अपना लिया
ऐसे महावीर के अवतार है आप।।





Thursday, 5 July 2018

मासूम की गवाही


कहा गया था हमारे देश का कानून
जब हैवान अपनी हैवानियत दिखा  रहे  थे
अँधेरी  कोटी मे मुझेे बंद कर अत्‍याचार कर रहे थे
कुत्‍तों की तरह मुझे नोंंच कर खा रहे  थे


कहा गया था हमारे देश का कानून
जब मेरे अल्‍फाज भी लड़खड़ा रहे थे
ऑंखे बड़ी - बड़ी कर मुझे डरा रहे थे
मेरे अपने ही मुझे शिकार बना रहे थे


कहा गया था हमारे देश का कानून
जब मेरे शरीर पर गहरे घाव बना रहे थे
बेहरहमी से मुझे कुचल कर मार रहे थे
बेदर्दी से मेरी मौत बुला रहे थे


कहा गया था हमारे देश का कानून
जब ''बेटी बचाओं'' के नारे लगा रहे थे
रेप से पीडि़त बेटी के इन्‍साफ मे मोमबत्तियॉं जला रहे थे
हैवान फिर भी खुले आम दहशत फैला रहे थे
       
                                                                                       साक्षी जैन 

गुरु विद्या सागर

पथ नहीं पथित है आप जलता हुआ ज्ञान का दीपक है आप बेटियों को अंधकार से दूर किया ऐसे कुल दीपक है आप।। युद्व नहीं आप सघर्ष है आप लहूलुहान...